“आम” को “आम” ही क्यों कहते हैं ? | क्या आप जानते हैं “आम” का इतिहास ?

हेलो दोस्तों मेरे मन में कई दिनों से एक सवाल चल रहा था, हम जानते हैं कि आम फलों का राजा है अब चुकी आम हम सभी को अच्छे लगते हैं इसलिए वह फलों के राजा हो सकते हैं। लेकिन आम का इतिहास क्या है? आम को हम आम ही क्यों कहते हैं? इन सभी सवालों का जवाब और भी कई सारे आम से संबंध सवाल के जवाब मैं नीचे दे रखे हैं तो आप प्लीज उसे पढ़ना ना भूले!

"आम" को "आम" ही  क्यों कहते हैं ? | क्या आप जानते  हैं "आम" का इतिहास ?

भाषा के अनुसार;

“आम” शब्द संस्कृत के शब्द “आम्र” से आया है, जिसका अर्थ होता है आम का फल। “आम्र” → “आंब” (प्राकृत) → “आम” (हिंदी)। यह एक प्राकृतिक भाषाई परिवर्तन है जो समय के साथ शब्दों के उच्चारण और रूप में बदलाव लाता है

उदाहरणस्वरूप:

  • संस्कृत में: आम्र (Āmra)
  • प्राकृत में: आंब
  • हिंदी में: आम
आम का वैज्ञानिक नाम: Mangifera indica
यह भारत में पाया जाने वाला आम का पेड़ है। “Mangifera” लैटिन में “आम पैदा करने वाला” और “indica” का अर्थ “भारत से” है।
आम का उत्पति कहाँ हुआ? आम की उत्पत्ति भारत में हुई थी। यहाँ इसे “फलों का राजा” कहा जाता है। भारत से आम दक्षिण एशिया, फिर अफ्रीका और अमेरिका तक फैला।

आम का इतिहास क्या हैं?

  • 5000 साल पहले से भारत में आम खाया जा रहा है।
  • अलेक्जेंडर (Alexander the Great) ने भारत आने के दौरान आम के पेड़ देखे थे।
  • मुगल सम्राट अकबर ने लाखों आम के पेड़ लगवाए थे। एक आम का बाग – लाख बाग – बिहार में प्रसिद्ध है।

आम की किस्मे कितनी होती है या, आम कितने प्रकार के होते हैं?

भारत में आम की 1000 से अधिक किस्में हैं! उन में से कुछ यहाँ दिए गए हैं – जैसे:

  • अलफांसो (हापुस) – महाराष्ट्र
  • दशहरी – उत्तर प्रदेश
  • लंगड़ा – वाराणसी
  • केसर – गुजरात
  • चौसा – बिहार
    हर किस्म का स्वाद, रंग और आकार अलग होता है।

आम खाने के फायदे:

  • विटामिन A और C से भरपूर
  • फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और एनर्जी देता है
  • गर्मियों में शरीर को ठंडा रखता है

आम का भारत मे संस्कृति:

  • आम के पत्ते शुभ माने जाते हैं – पूजा, शादी और त्योहारों में इस्तेमाल होते हैं।
  • आम की लकड़ी हवन सामग्री में प्रयोग होती है।

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